वार्षिक प्रतिवेदन
ग्रामीण अंचल में बालिकाओं की शैक्षिक विकास के क्रम में उत्तरोत्तर विकास के लिये तिलौली ग्राम सभा में एक उच्च शिक्षा केन्द्र के रूप में माँ फूला देवी कन्या महाविद्यालय की स्थापना 2004 में की गयी जिसका उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों की बालिकाओं को उच्च शिक्षा के मार्ग पर एक समग्र पथ प्रदान करना था | जिससे वे समाज में कदम से कदम मिलाकर चल सके तथा अपना मार्ग प्रशस्त कर सके | साथ ही साथ समाज में बालिकाओं को एक उचित आयाम प्रदान कराना था | तो उनको इस शिक्षा के मन्दिर के प्रांगण में लाने का प्रयास हमारे महाविद्यालय के शिल्पकर्ता, निर्माणकर्ता, रचनाकार एवं समाज के पुरोद्धा व्यक्तित्व वाले माननीय श्री राजधारी सिंह जी अपनी अटूट दृढ इच्छाशक्ति एवं समाज के प्रति कुछ करने की प्रेरणा को ध्यान में रखकर सन 2004 में किया |
उनकी इस रचना के शिल्पकारियों में उस प्रबन्ध समिति के सभी गणमान्य सदस्यों का योगदान, अकथनीय एवं सराहनीय है जिन्होंने ग्रामीण अंचल में इस रचना को मूर्त रूप देने में प्रबन्धक जी का पूर्णरूपेण सहयोग दिया तथा रचना के विकास के क्रम में लगातार प्रबन्धक जी का उचित दिशा-निर्देश एवं सफल संचालन वास्ते बधाई भी दिया जो प्रबन्धक जी के लिये एकसूत्र बन गया जिसको परिपूर्णता देने के लिए लगातार प्रयास को उन्मुख हुए | आज महाविद्यालय अपने छठवें सत्र में प्रवेश कर गया है | यह एक ऐतिहासिक क्षण है कि ग्रामीण अंचल जिस रचना की कल्पना एवं परिकल्पना का दृढ निश्चय लेकर माननीय श्री राजधारी जी ने कार्य किया वह दिनों-दिन उस ऊँचाई को प्राप्त करने का सपना संजोने लगा है तथा जिले का ही नहीं बल्कि विश्वविद्यालय का सर्वश्रेष्ठ कन्या महाविद्यालय बनने के मार्ग पर प्रशस्त हो चुका है | सपने देखना व्यक्ति का एक गुण है, महाविद्यालय के सभी कर्मचारियों ने भी देखा है और उस सपना को पूर्णरूपता प्रदान करने के लिये महाविद्यालय के शिक्षकगण एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारियों ने दृढ संकल्प कर लिया है कि हमें महाविद्यालय को सर्वश्रेष्ठ के मार्ग अग्रसर करना है |